हे हनुमान सादर, भय विनाशक, सुख प्रदान करें। बुद्धिर्बलं यशो धैर्यं निर्भयत्वमरोगिता। वैश्वीकरण की प्रक्रिया के फलस्वरूप आज डाॅक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षाविद्, वास्तुविद्, एकाउण्टेण्ड, प्रबन्धक, बैंकर तथा कंप्यूटर विशेषज्ञ आदि का विदेश आवागमन भी अब पूँजी प्रवाह की तरह सरल व लचीला हो गया है। It is proved by chanting https://shanegqtvv.popup-blog.com/32543621/fascination-about-mahakal